जहाँ एक तरफ देश में अर्थव्यवस्था की हालत कुछ ठीक नहीं है वही अब इसका नुक्सान देश के सीमा पर तैनात जवानो को भी बड़ी कीमत देकर चुकाना होगा. खबर आ रही है की सीमा पर तैनात सशस्त्र सीमा बल के करीब 90,000 कर्मियों को सरकार की तरफ से जनवरी और फरवरी के भत्तों का भुगतान नहीं किया गया है। टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार सैन्य कर्मियों को मिलने वाले चाइल्ड एजुकेशन भत्ता का भी भुगतान नहीं किया गया है।
राजरत्न अम्बेडकर का दावा, RSS एक आंतकी संगठन है, मेरे पास उसके सबूत है
इसका मुख्य वजह सरकार के पास फंड की कमी बताया जा रहा है। खबर के अनुसार सीमा बल ने सरकार को सूचित कर दिया है कि उनके पास दो महीनों का वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं।
आपको बता दे यह दूसरा मौका है जब चार महीने में भीतर अद्धसैनिक बलों के कर्मियों के भत्तों का भुगतान रोक दिया गया है।
शाहीन बाग की महिलाओं को बदनाम करने पहुंचे थे दीपक चौरसिया, लोगो ने जमकर पीटा।
पिछले साल सितंबर में सीआरपीएफ के 3 लाख जवानों का 3600 रुपये का राशन भत्ता रोक दिया गया था। इसकी वजह थी कि गृह मंत्रालय ने फंड की कमी को लेकर भेजे गए तीन रिमाइंडर को इग्नोर कर दिया था।