केंद्र में जब से मोदी की सरकार आयी है तब से इस सरकार का कांग्रेस पर आरोप रहा है की कांग्रेस ने देश का विकास नहीं किया है. लेकिन केंद्र की मोदी सरकार अब कुछ ऐसे कदम उठा रही है की उससे साफ़ पता चलता है की कांग्रेस तो बना कर बहुत कुछ गयी है लेकिन हम संभाल नहीं पा रहे है इसलिए उसे बेच रहे है. जी हाँ. आपने सूना.
दरअसल एयर इंडिया और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन को अगले साल मार्च तक सरकार द्वारा बेचने एलान खुद देश के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में यह बात कही. वित्त मंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब देश वित्तीय तनाव का सामना कर रहा है और उस पर लगभग 58 हजार करोड़ रुपए का कर्ज चढ़ा हुआ है.
बीते साल सरकार ने एयरलाइन में 76 प्रतिशत हिस्सेदारी और प्रबंधन नियंत्रण को रद्द करने के लिए एयर इंडिया के लिए EOI मंगाई थी लेकिन इसे एक भी बोली दाता नहीं मिला था. सरकार के पास वर्तमान में एयर इंडिया की 100 प्रतिशत इक्विटी है.
एयर इंडिया की हिस्सेदारी बिक्री को भी पिछले साल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली क्योंकि निवेशकों ने शेष 24 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ सरकारी हस्तक्षेप की आशंका जताई थी
आपको बता दे की एयर इंडिया ने पिछले वित्त वर्ष में लगभग 4600 करोड़ रुपए का ऑपरेटिंग नुकसान दर्ज किया. तेल की ऊंची कीमतों और विदेशी मुद्रा के नुकसान के कारण ऐसा हुआ.