इन दिनों देश में एक अलग तरह की जंग चल रही है. जो सरकार के साथ है वह देश भक्त होगा जो मोदी सरकार के विरोध में बोलेगा वह देश विरोधी कहलायेगा कुछ ऐसा ही चल ही रहा है आजकल देश में.
जहा एक तरफ JNU में दीपिका पादुकोण को जाने से उसकी फिल्मो का बायकॉट होने लगा तो एक अलग आवाज बनने लगी, अब क्रिकेट दुनिये के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने शनिवार को भरोसा जताया कि भारत देश भर में छात्रों के विरोध प्रदर्शन से बने मौजूदा ‘मुश्किल’ हालात से उबर जाएगा जैसे अतीत में वह कई संकट की स्थितियों से निपटने में सफल रहा है.
पिछले कुछ हफ्तों में देश भर में छात्रों का विरोध प्रदर्शन देखने को मिला है. CAA के खिलाफ सबसे पहले जामिया मिलिया विश्व विद्यालय में विरोध देखने को मिला, जबकि जेएनयू में नकाबपोश लोगों ने हिंसा फैलाई. और इसी हालात पर अपने समय के दिग्गज बल्लेबाज ने छात्रों को नसीहत दी है.
हालिया समय में सीएए और फिर अब ताजा मामले में जेएनयू मुद्दे पर छात्र बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे हैं और अभी भी उनका विरोध थमा नहीं है.
गावस्कर ने 26वें लाल बहादुर शास्त्री स्मृति व्याख्यान के दौरान कहा, ‘देश मुश्किल में है. हमारे कुछ युवा सड़कों पर उतरे हुए हैं, जबकि उन्हें अपनी कक्षाओं में होना चाहिए. सड़कों पर उतरने के लिए उनमें से कुछ को अस्पताल जाना पड़ा.’
गावस्कर ने कहा, ‘इनमें से अधिकतर कक्षाओं में हैं, अपना भविष्य बनाने और भारत को आगे ले जाने का प्रयास कर रहे हैं. एक देश के रूप में हम तभी आगे बढ़ सकते हैं जब हम सभी एकजुट हों. जब हम सभी सामान्य भारतीय होंगे. खेल ने हमें यही सिखाया है.’