देश की अर्थव्यवस्था के लिए फिलहाल कोई भी ऐसी खबरे ठीक नहीं आ रही है जो अच्छी हो. लगत्तर देश की जीडीपी गिरते आ रही है. 11 साल के सबसे कम आंकड़े पर आ खड़ी है. वही अब इसको लेकर देश के पूर्व वित्त मंत्री एवं बीजेपी के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा ने अर्थव्यवस्था को लेकर एक बार फिर सरकार पर निशाना साधा है।
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उन्होंने शनिवार को कहा कि आर्थिक सुस्ती की वजह से केंद्र सरकार ‘दिवालिया होने के कगार पर’ पहुंच गई है। उन्होंने यह भी कहा कि विभिन्न सेक्टर्स में मांग में भारी गिरावट के कारण अर्थव्यवस्था ‘अब तक से सबसे भीषण संकट’ के दौर से गुजर रही है।
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यशवंत सिन्हा सिटिजनशिप अमेंडमेंट ऐक्ट तथा नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस के खिलाफ अहमदाबाद पहुंची ‘गांधी शांति यात्रा’ से इतर बोल रहे थे। उन्होंने एक बार फिर इस बात को दोहराया कि अर्थव्यस्था की नाकामी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाने को लेकर मोदी सरकार षड्यंत्र रच रही है।
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सिन्हा ने कहा, ‘केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था से जुड़ी समस्याओं को नजरअंदाज किया और आंकड़ों में फेरबदल कर सबकुछ सही दिखाने का प्रयास किया। लेकिन आंकड़ों में सदा के लिए फेरबदल नहीं की जा सकती है। अब उन्होंने समस्या की बात स्वीकार की है और कह रहे हैं कि वह इसके बारे में कुछ करेंगे।’